हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 7,050-7,150 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
अच्छी आवक के बीच स्थानीय और घरेलू माँग के कमजोर होने के कारण बसमतनगर और सांगली में हल्दी की कीमतों में 200 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम की गिरावट हुई है। नयी फसल की आवक में नमी की मात्रा अधिक होने के बाद माँग में बढ़ोतरी नही हो रही है। बाजार सूत्रों के अनुसार नयी फसल की आवक शुरू हो गयी है और मार्च तक चलती रहेगी। जीरा वायदा (मार्च) की कीमतों के 16,500-16,900 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। स्टॉकिस्टों और विदेशी खरीदारों की ओर से माँग में बढ़ोतरी होने के कारण उंझा बाजार में जीरे की कीमतों में 25 रुपये प्रति 20 किलो ग्राम की गिरावट हुई है। जबकि राजकोट में माँग और आपूर्ति के बराबर होने के कारण राजकोट में जीरे की कीमतों में स्थिरता है। धनिया वायदा (अप्रैल) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 5,700-5,850 के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। धनिया की आपूर्ति काफी अधिक है, क्योंकि बाजार अनुमान के अनुसार धनिया का कैरी ओवर स्टॉक लगभग 50 लाख बैग (35 किलो ग्राम का) है और लगभग 80 लाख बैग के उत्पादन अनुमान के साथ कुल उपलब्धता लगभग 1.2-1.3 लाख बैग रहने का अनुमान है। इलायची वायदा (फरवरी) की कीमतें 1,140-1,180 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। फसल कटाई के अंतिम चरण के लगभग समाप्त होने और आपूर्ति में कमी की आशंका है। इलायची की नयी फसल की आवक के जून या जुलाई में शुरू होने की संभावना है जो मौसम की स्थितियों पर निर्भर करेगा। इस कारण हाजिर बाजारों में घरेलू खरीदार और निर्यातक दोनों सक्रिय हैं। (शेयर मंथन, 06 फरवरी 2018)
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