हल्दी वायदा (जुलाई) की कीमतों में 7,235 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ गिरावट पर रोक लगी रह सकती है।
तेलंगाना में कम बारिश के बाद बुआई में कमी आने की संभावना से कीमतों को मदद मिल रही है। तेलंगाना में पिछले चार दिनों से हल्दी की बुआई हो रही है। सांगली, वारांगल, निजामाबाद और कडप्पा में भी कम बारिश के कारण हल्दी की बुआई प्रभावित हुई है। जीरा वायदा (जुलाई) की कीमतों में 16,400 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ बढ़त जारी रहने की संभावना हैं। विदेशी बाजारों से बेहतर माँग के कारण देश भर के बाजारों में जीरे की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। सीरिया में सामरिक तनाव के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में जीरे की आवक कम हो गयी है इसलिए निर्यात माँग भारत की ओर मुड़ कर रही है और कीमतों को मदद मिल रही है।
उधर केरल के उत्पादन क्षेत्रों में पिछले 10 दिनों से भारी बारिश के बाद फसल को नुकसान होने की संभावना से इलायची वायदा (जुलाई) की कीमतों में 940 के सहारा स्तर से तेज रिकवरी दर्ज की गयी है। ऐसा अनुमान है कि बारिश के कारण इडुक्की जिले में लगभग 864 हेक्टेयर की फसल को नुकसान हुआ है। अब बारिश कम हो गयी है लेकिन अगले तीन-चार दिनों में भारी बारिश होने का अनुमान है। धनिया वायदा (जुलाई) की कीमतों को 4,400 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है और कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है। निचले स्तर पर खरीदारी राजस्थान और मध्य प्रदेश के हाजिर बाजारों में कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। इसके अतिरिक्त उत्पादन क्षेत्रों से कम आवक के कारण भी कीमतों में तेजी का सेंटीमेंट है। (शेयर मंथन, 18 जून 2018)
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