कॉटन वायदा (नवंबर) कीमतों की कीमतों में 22,200 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 22,650 रुपये तक उछाल दर्ज की जा सकती है।
कम उत्पादन अनुमान और अमेरिकी बाजार में तेजी के रूझान के साथ ही निर्यातकों की ओर से बेहतर खरीदारी और विदेशी खरीदारों की ओर से अधिक माँग के कारण कीमतों को मदद मिल सकती है। आईसीई में कॉटन वायदा की कीमतों में तेजी रह सकती है और कीमतें 81 सेंट के स्तर पर पहुँच सकती है। डॉलर के कमजोर होने अमेरिका और चीन को नवंबर के अंत में होने वाले जी-20 की बैठक तक व्यापार के मुद्दों का समाधन कर लेने की उम्मीद के कारण कीमतों को मदद मिल सकती है। घरेलू बाजार में मिलें भी तेजी से कपास की खरीदारी कर रही है, क्योंकि उनका स्टॉक समाप्त हो रहा है। मिलों ने पिछले 30-45 दिनों में कपास की कम उपलब्धता और अधिक कीमतों के कारण कोई बड़ी खरीदारी नही की है। लेकिन अब वे ताबड़तोड़ खरीदारी कर रही हैं।
ग्वारसीड वायदा (दिसंबर) की कीमतों के 4,640-4,700 रुपये के दायरे में समित दायरे कारोबार करने की संभावना है। वैश्विक वित्तीय बाजार और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से विश्व बाजार में ग्वारगम की माँग बाधित हो रही है। अमेरिकी कच्चे तेल की आपूर्ति में बढ़ोतरी होने से संकेत से तेल की कीमतें छह महीने से अधिक के निचले स्तर पर पहुँच गयी हैं।
चना वायदा (दिसंबर) की कीमतों के 4,075-4,110 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। नाफेड द्वारा मौजूदा दरों में चना स्टॉक की बाजार में बिकवाली और बेसन मिलों द्वारा चना की कम खरीदारी के जाने के कारण चना की कीमतों की बढ़त पर रोक लग सकती है। (शेयर मंथन, 05 नवंबर 2018)
ग्वारसीड वायदा (दिसंबर) की कीमतों के 4,640-4,700 रुपये के दायरे में समित दायरे कारोबार करने की संभावना है। वैश्विक वित्तीय बाजार और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से विश्व बाजार में ग्वारगम की माँग बाधित हो रही है। अमेरिकी कच्चे तेल की आपूर्ति में बढ़ोतरी होने से संकेत से तेल की कीमतें छह महीने से अधिक के निचले स्तर पर पहुँच गयी हैं।
चना वायदा (दिसंबर) की कीमतों के 4,075-4,110 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। नाफेड द्वारा मौजूदा दरों में चना स्टॉक की बाजार में बिकवाली और बेसन मिलों द्वारा चना की कम खरीदारी के जाने के कारण चना की कीमतों की बढ़त पर रोक लग सकती है। (शेयर मंथन, 05 नवंबर 2018)
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