एसएमसी ने अपनी साप्ताहिक रिपोर्ट में जिक्र किया है कि इस हफ्ते हल्दी वायदा (सितंबर) की कीमतों में 6,700-6,750 के नजदीक सहारे के साथ संभवतः 7,100 रुपये तक तेजी दर्ज की जा सकती है।
इस कमोडिटी की कीमतों में गिरावट का दौर थम सकता है, क्योंकि महाराष्ट्र के प्रमुख उत्पादक जिले सांगली में भारी बारिश, फसल को नुकसान हो सकता है, की खबरों के बीच हाजिर कीमतें स्थिर हो रही हैं। सभी बांधों से अधिक पानी छोड़े जाने से सांगली में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। कृष्णा और भीमा नदी क्षेत्र में केवल 10 दिनों में औसत से 300% अधिक बारिश हुई है, जिसके परिणामस्वरूप क्षेत्र के 38 में से 32 बांध भरे हुए हैं, जिसके परिणामस्वरूप कोल्हापुर और सांगली में बाढ़ आ गयी है।
जीरा वायदा (सितंबर) की कीमतें 17,100 रुपये पर अहम सहारा प्राप्त सकती हैं और 17,700-17,800 रुपये के स्तर तक बढ़त दर्ज कर सकती हैं। देश भर में मॉनसून में तेजी आने और बांधों से अधिक जलप्रवाह से फसलों को नुकसान को देते हुए कारोबारी गुजरात राज्य में नर्मदा बांध पर कड़ी नजर रख रहे हैं। यह बताया गया है कि नर्मदा के ऊपर सरदार सरोवर बांध में जल स्तर बढ़कर 129.65 मीटर हो गया है, जो पिछले दो वर्षों में सबसे अधिक है, जिसमें 6 लाख क्यूसेक का जलप्रवाह है। पिछले 15 दिनों से जलग्रहण क्षेत्रों में अच्छी वर्षा के बाद जल स्तर बढ़ रहा है।
धनिया वायदा (सितंबर) की कीमतों में तेजी का रुझान बना रह सकता है और 5,925 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 6,200-6,300 तक वापसी हो सकती है। कम आवक और स्टॉकिस्टों की ओर से मोलभाव की खरीदारी से आगामी दिनों में हाजिर कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है।
इलायची के वायदा (अगस्त) की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 3,390-3,840 के बड़े दायरे में कारोबार कर सकती है। नयी पफसल में देरी और संभावित कमी के कारण आने वाले दिनों में कीमतों को मदद मिल सकती है। (शेयर मंथन, 10 अगस्त 2019)
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