कच्चे तेल की कीमतें बढ़त के साथ खुल कर 4,250 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
डॉलर के कमजोर होने और सऊदी अरब द्वारा तेल उत्पादन में कटौती को अगले वर्ष भी जारी रखने के बयान के बाद तेल की कीमतों को मदद मिल सकती है। ओपेक और रूस द्वारा तेल उत्पादन में कटौती अगले वर्ष भी जारी रखने के सऊदी अरब के बयान के बाद आज तेल की कीमतों में 1% से अधिक की उछाल दर्ज की गयी है। ओपेक और रूस सहित कुछ गैर-ओपेक देश तेल की अधिकता को कम करने के लिए जनवरी 2017 से तेल उत्पादन में 1.8 मिलियन बैरल प्रति दिन की कटौती कर रहे हैं। कमजोर माँग के कारण नेचुरल गैसे वायदा की कीमतों के 170 रुपये तक लुढ़कने की संभावना है। आगामी दिनों में अमेरिका में ठंड कम होने के अनुमान के बाद गैस माँग में बढ़ोतरी और उत्पादन में भी बढ़ोतरी की संभावना से कल अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में एक महीने निचले स्तर पर गिरावट हुई है। (शेयर मंथन, 23 मार्च 2018)