बेस मेटल की कीमतों में निचले स्तर से उछाल दर्ज की जा सकती है।
तांबे की कीमतों में 427 रुपये तक बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है। अमेरिका द्वारा चीन की हुआवेई टेक्नोलॉजी पर से कुछ प्रतिबंधों को अस्थायी रूप से कम करने के कारण लंदन में तांबे की कीमतों में बढ़त दर्ज की गयी है। इसके पहले अमेरिका ने चीन के हुवेई टेक्नोलॉजी सहित 68 कंपनियों को ब्लैक सूची में डाल दिया था, जिससे चीन की कंपनियों को अमेरिका निर्मित सामानों की खरीदारी मुश्किल हो गयी थी, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार तनाव गहरा गया था।
इंटरनेशनल कॉपर स्टडी ग्रुप के अनुसार विश्व रिफाइंड तांबा बाजार में जनवरी के 33,000 टन की कमी की तुलना में फरवरी में 74,000 टन की कमी थी। जिंक की कीमतों के 211 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 215 रुपये, लेड की कीमतों के 125 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 127 रुपये, निकल की कीमतों के 835 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 860 रुपये और एल्युमीनियम की कीमतों के 142 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 146 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। (शेयर मंथन, 21 मई 2019)