कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है। कीमतों के 9,200-9,510 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
अमेरिका द्वारा रूसी कच्चे तेल के आयात पर प्रतिबंध लगाने और ब्रिटेन द्वारा साल के अंत तक रूस से तेल आयात चरणबद्ध तरीके से बंद करने की की योजना के कारण वैश्विक स्तर पर आपूर्ति में भारी कमी की आशंका से आज तेल की कीमतों में तेजी जारी हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कल रूसी तेल और अन्य ऊर्जा आयात पर तत्काल प्रतिबंध लगा दिया और ब्रिटेन ने कहा कि वह 2022 के अंत तक रूसी तेल आयात को समाप्त कर देगा। लेकिन रूस के कच्चे तेल के सबसे बड़े खरीदार जर्मनी ने ऊर्जा आयात पर प्रतिबंध लगाने की योजना को खारिज कर दिया है। दुनिया के दूसरे सबसे बड़े कच्चे तेल निर्यातक रूस के यूक्रेन पर आक्रमण करने बाद से तेल की कीमतों में 30% से अधिक की वृद्धि हुई है। मॉस्को पर बढ़ते प्रतिबंधें के बीच तेल आपूर्ति में अधिक व्यवधन की आशंका ने खरीदारी को बढ़ावा दिया है। रूसी तेल और गैस के आयात पर अमेरिकी प्रतिबंध से समुद्र में अधिक कार्गो के बचे रहने की संभावना है और कोई खरीदार नहीं है, और यूरोपीय संघ के आयात को जारी रखने के निर्णय से रूसी तेल व्यापार में बहुत अधिक अंतर होने की संभावना नहीं है। तेल की कीमतों को इस कारण भी मदद मिल रही है कि वैश्विक बाजारों में ईरानी कच्चे तेल की वापसी की संभावना अभी नहीं है क्योंकि तेहरान और विश्व शक्तियों के बीच ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत धीमी हो गयी है। अमेरिकी पेट्रोलियम संस्थान के आँकड़ों के अनुसार, 4 मार्च को समाप्त के लिए अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में 2.8 मिलियन बैरल की वृद्धि हुई, लेकिन गैसोलीन और डिस्टिलेट के भंडार में गिरावट हुई है।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 345 रुपये के स्तर पर सहारा और 360 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। (शेयर मंथन, 09 मार्च 2022)