कैपिटल वाया ग्लोबल रिसर्च के संस्थापक और सीईओ रोहित गाडिया का कहना है वैश्विक बाजारों के रुख, विदेशी संस्थागत निवेशकों और घरेलू संस्थागत निवेशकों द्वारा निवेश, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और कच्चे तेल के भाव में उतार-चढ़ाव निकट भविष्य में बाजार की दिशा तय करेगा।
डेरीवेटिव कॉन्ट्रेक्ट से पहले कारोबारी अगले महीने के कॉन्ट्रेक्ट के लिए अपनी स्थिति रोल ओवर कर सकते है जिसके कारण बाजार में उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है। आने वाले हफ्ते में इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस, इंडिया बुल्स रियल एस्टेट, एसीसी, आईसीआईसीआई बैंक,ऐक्सिस बैंक और येस बैंक अपने चौथी तिमाही नतीजे पेश करेगा। तकनीकी तौर पर निफ्टी फ्यूचर 200 दिन का मुविंग एवरेज के ऊपर बना हुआ है, जो 7870 स्तर के आस-पास बना हुआ है और 8000 के मजबूत प्रतिरोध स्तर को देख रहा है। 7850 अंक के किसी भी गिरावट आने पर 7790 अंक के अगले समर्थन स्तर तक सूचकांक में समर्थन निशान में कुछ सुधार हो सकता है, जबकि 8000 की प्रमुख प्रतिरोध को पार करने के साथ यह 8150 का स्तर पर छू सकता हैं। इस हफ्ते निफ्टी ने 7984.50 अंक का उच्च स्तर छुआ है। इस हफ्ते निफ्टी फ्यूचर 7985 और 7850 के के बीच सीमित दायरे में कारोबार कर रहा था। इस तरह साप्ताहिक चार्ट में निफ्टी ने दोजी कैंडल स्टीक पैटर्न का गठन किया है जो व्यापारियों के बीच अनिर्णय की स्थिति की ओर संकेत करता है। (शेयर मंथन, 23 अप्रैल 2016)