रोहित गाडिया
संस्थापक और सीईओ
कैपिटल वाया ग्लोबल रिसर्च
ब्रिटेन के यूरोपियन यूनियन से निकलने का असर भारतीय बाजार पर दीर्घकालिक अवधी में कोई नकारात्मक प्रभाव देखने को नहीं मिलता।
यूरोपियन संघ की आमदनी में ब्रिटेन सबसे बड़ा योगदान रहा है। ब्रिटेन के बाहर निकलने का असर यूरोपियन संघ की आय पर पड़ेगा साथ ही ब्रिटेन के बाद अब कुछ और राष्ट्र भी संघ से बाहर निकल सकते है। पाउंड के साथ रुपये में भी डॉलर के मुकाबले गिरावट आ सकती है। भारत दुनिया की खुली अर्थव्यवस्था है यूरोपियन संघ में अस्थिरता के कारम निवेशक भारत में निवेश कर सकते है। पाउंड और यूरो में उतार-चढ़ाव के कारण रुपये पर अप्रत्यक्ष रुपये से प्रभाव पड़ेगा और डॉलर के मुकाबले मूल्य घट जाएगा। डॉलर में मजबूती रुपये पर दबाव बनायेगा और आगे रुपये का मूल्य 67.70-67.90 तक कम हो सकता है। (शेयर मंथन, 24 जून 2016)