हल्दी वायदा (अगस्त) की कीमतों को 7,000-6,950 रुपये के स्तर पर सहारा रहने की संभावना है।
प्रमुख उत्पादन क्षेत्रों में बारिश की कमी के कारण उत्पादन क्षेत्र में गिरावट की संभावना और स्टॉकिस्टों की ओर से अधिक माँग के कारण निजामाबाद में हल्दी की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। निजामाबाद में फिंगर वेराइटी की हल्दी 6,800-7,000 रुपये प्रति क्विंटल और बल्ब वेराइटी की हल्दी 7,000-7,100 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में बिक रही हैं, जो पिछले दिनों की तुलना में 100-200 रुपये अधिक हैं।
सात महीने के उच्च स्तर 18,405 रुपये से टेक्निकल बिकवाली के कारण जीरा वायदा (अगस्त) में मुनाफा वसूली हो सकती है। कम आवक के बीच घरेलू और विदेशी माँग के कारण गुजरात के प्रमुख बाजार ऊँझा में जीरे की कीमतें 100 रुपये की बढ़ोतरी के साथ 18,000-18,100 रुपये के दायरे में बिक रही है।
कम भंडार, कम बारिश और कम उत्पादन के कारण इलायची वायदा (अगस्त) की कीमतों में 3,375 रुपये तक बढ़त हो सकती हैं। केरल के प्रमुख उत्पादन क्षेत्रों में पिछले वर्ष की भारी बारिश के विपरीत इस वर्ष अत्यंत कम मॉनसून के कारण इलायची का उत्पादन सामान्य से कम होने का अनुमान है। इस वर्ष दक्षिण-पश्चिम मॉनसून से केरल में अभी तक 557.5 मिमी बारिश हुई है, जो 1,062.7 मिमी के सामान्य बारिश से कम है। प्रमुख इलायची उत्पादक क्षेत्रों इडुक्की में इस वर्ष अभी तक सामान्य से 62% कम बारिश हुई है।
धनिया वायदा (अगस्त) की कीमतों के 7,120-7,300 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है। राजस्थान और गुजरात के प्रमुख उत्पादन क्षेत्रों में कम उत्पादन और अधिक निर्यात माँग के कारण कीमतों को मदद मिल सकती है। (शेयर मंथन, 19 जुलाई 2019)
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