सोयाबीन वायदा (अप्रैल) की कीमतों में 4,800 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ तेजी का रुझान बरकरार रहने की संभावना है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में माँग-आपूर्ति के बीच असंतुलन होने के कारण समग्र फंडामेंटल तेजी के अनुकूल है। ब्यूनस आयर्स ग्रेन एक्सचेंज ने कहा कि अगर आने वाले हफ्तों में प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में पर्याप्त बारिश नहीं होती है तो यह दुनिया के शीर्ष सोयामील निर्यातक अर्जेंटीना में 2020-21 के सोया उत्पादन के अपने पूर्वानुमान में कटौती कर सकता है। अमेरिकी सोयाबीन की रिकॉर्ड पेराई और निर्यात के कारण पहले से ही अमेरिकी सोयाबीन का भंडार कम होकर अगले उत्तर अमेरिकी पफसल से पहले केवल 9-1 प्रति 2 दिन की आपूर्ति के लिए रहने का अनुमान है। कारोबारियों की नजर मंगलवार को जारी होने अमेरिकी कृषि विभाग की मासिक रिपोर्ट में वैश्विक आपूर्ति पर भी रहेगी।
अंतरराष्ट्रीय बाजार से तेजी के संकेत पर सोया तेल वायदा (अप्रैल) की कीमतों में तेजी का रुझान है और कीमतें 1,200-1,260 रुपये तक पहुँच सकती है, जबकि सीपीओ वायदा (मार्च) की कीमतें 1,080-1,140 रुपये के उच्च स्तर पर पहुँच सकती है। सीबीओटी पर, अमेरिकी सोयाबीन तेल ने एक ब्रेक आउट दिखाया है और 3 साल की ऊँचाई पर पहुँच गया है। यूएसडीए के साप्ताहिक निर्यात बिक्री के आँकड़ों से कारोबारियों के बीच उम्मीद बढ़ी है। नवीनतम आँकड़ों से पता चला है कि 2020-2021 में 5,500 मीटिंक टन की शुद्ध बिक्री हुई है जो पिछले सप्ताह से 25 प्रतिशत और पिछले 4 सप्ताह के औसत से 16 प्रतिशत अधिक थी। बाजार भागीदार 10 मार्च को जारी किये वाले मलेशियाई पॉम ऑयल बोर्ड की फरवरी की माँग और आपूर्ति आँकड़ों पर कड़ी नजर रखेंगे।
सरसों वायदा (अप्रैल) की कीमतों में नरमी का रुझान है और आगे चलकर कीमतों में 5,200-5,100 रुपये के स्तर तक गिरावट हो सकती हैं। बाजारों में आवक बढ़ रही है क्योंकि किसानों को अपनी फसल के लिए कापफी आकर्षक कीमतें मिल रही हैं। इसके अलावा, भारी बिकवाली और सीमित माँग के कारण सरसों तेल की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। (शेयर मंथन, 08 फरवरी 2021)
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