अमेरिकी कच्चे तेल, गैसोलीन और डिस्टिलेट के भंडार में कमी के बाद ईंधन की माँग में कुछ रिकवरी को लेकर निवेशकों की उम्मीदों के कारण कच्चे तेल की कीमतों में 2% से अधिक की वृद्धि हुई है।
हाल के सप्ताह में सड़क ईंधन की माँग में मामूली सुधार हुआ है और 2021 में लगातार ईंधन की खपत इस बात पर निर्भर करेगी कि कोविड-19 टीके आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं और एक आर्थिक उछाल का मदद करते हैं। गैसोलीन की माँग को 8 मिलियन बैरल प्रति दिन से अधिक हो जाना काफी अच्छा है, जिससे पता चलता है कि लोग सड़क पर थोड़ा आने लगे हैं। रिफाइनरियों द्वारा आपूर्ति किये गये उत्पाद के रूप में हाल के सप्ताह में गैसोलीन की माँग में मामूली वृद्धि हुई है, लेकिन साल भर पहले की तुलना में पिछले चार हफ्तों में लगभग 14% की गिरावट हुई है। कोविड-19 के कारण ईंधन की माँग पूरे वर्ष कमजोर रही है और लगभग 13% कम हुई है। अमेरिकी ऊर्जा फर्मों द्वारा लगातार पांचवे सप्ताह तेल और नेचुरल गैस रिगों में बढ़ोतरी से भी आपूर्ति की अधिकता को लेकर चिंता बढ़ गयी। ऊर्जा सेवा फर्म बेकर ह्यूजेस के अनुसार तेल और गैस रिगों की संख्या, भविष्य के उत्पादन का एक प्रारंभिक संकेतक, 23 दिसंबर को समाप्त में 2 बढ़कर 348 हो गयी है। अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने से भी कीमतों को मदद मिली। निवेशकों ने नाइजीरिया पर भी नजर रखी, जहाँ आपूर्ति में गड़बड़ी से कीमतों को मदद मिली। इस हफ्ते में, कच्चे तेल की कीमतें 3,390-3,740 रुपये के दायरे में भारी उतार-चढ़ाव के साथ कारोबार कर सकती है, जहाँ कीमतों में गिरावट के बाद खरीदारी की जा सकती है।
पिछले दो सप्ताह में उत्पादन में बढ़ोतरी की उम्मीद के मुकाबले अगले दो सप्ताह में हीटिंग के लिए कम माँग के कारण नेचुरल गैस की कीमतों में 7% की गिरावट हुई है। मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार मौसम के गर्म रहने का अनुमान हैं और अब कीमतों पर असर डाल रहे हैं। इस सप्ताह कीमतों के नरमी के रुझान के साथ एक दायरे में कारोबार करने उम्मीद कर सकते हैं जहाँ कीमतों को 165 रुपये के पास सहारा और 205 रुपये के पास बाधा रह सकता है। (शेयर मंथन, 28 दिसंबर 2020)