छोटी अवधि में संभव है तीखी गिरावट : आनंद टंडन (Anand Tandon)
मेरे विचार से भारतीय शेयर बाजार छोटी अवधि में कमजोर लग रहा है, जिसमें एक तीखी गिरावट संभव है।
मेरे विचार से भारतीय शेयर बाजार छोटी अवधि में कमजोर लग रहा है, जिसमें एक तीखी गिरावट संभव है।
जनवरी 2013 में हमने जब भारतीय शेयर बाजार की दशा-दिशा के बारे में शीर्ष जानकारों का सर्वेक्षण किया था तो उस समय जुलाई 2012 के मुकाबले बाजार का उत्साह कुछ सुधरा हुआ दिखा था।
शेयर बाजार के दिग्गजों का सबसे बड़ा सर्वेक्षण
भारतीय शेयर बाजार को साल 2014 की सबसे बड़ी देन यह नहीं है कि साल भर में सेंसेक्स 21,171 से 30% चढ़ कर 27,499 पर पहुँच गया, बल्कि सबसे बड़ी देन यह है कि बाजार का आत्मविश्वास लौटा है।
मैंने बार-बार दोहराया है कि 8500-8800 के आसपास के स्तर आने वाले 4-5 वर्षों के लिए निफ्टी के उच्चतम स्तर बन सकते हैं।
भारतीय शेयर बाजार लंबी अवधि के लिहाज से आकर्षक है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व जल्दी ही ब्याज दरें बढ़ाये जाने की शुरुआत करने वाला है। उस समय भारत में एफआईआई निवेश का रूझान क्या होगा, यह भारतीय शेयर बाजार के लिए एक बड़ी चिंता है।